सेर पर सवा सेर, hindi story for kids

 

सभी छोटे बच्चो को रात को सोते समय कहानियाँ सुनने का बडा शौक होता है अगर आप को भी ऐसी ही कहानियाँ पढने का सुनने का शौक है तो हम आपके लिए hindi story for kids  मे एक बेहतरीन कहानी पेश करने जा रहे है। हमे उम्मीद है कि आपको हमारी Baccho  ki  kahani   काफी पसन्द आयेगी।

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सेर पर सवा सेर, hindi story for kids 

एक समय की बात है एक व्यक्ति जो गधे पर लकडियाँ ढ़ोने का कार्य किया करता था। उसे घोडी पालने का बहुत शौक था मगर उसकी इतनी हैसियत नही थी कि वह घोडी खरीद सके। एक दिन किसी शरीफ व्यक्ति को मूर्ख बना कर उसकी घोडी चुरा लाया और मन ही मन अपनी बुद्धिमानी पर बहुत खुश होने लगा। उसकी पत्नि भी उसके साथ बहुत खुश हो रही थी।

उसने सोचा अगर मै इस घोडी पर चढकर निकलूंगा तो शायद पकडा जाऊंगा। मगर घर मे भी तो कितने दिन तक रख सकता हूँ यह विचार करते करते एक दिन उसने उसे बेचने का निर्णय किया।

कुछ ही दिन बाद शहर मे मेला लगा सभी अपने जानवर व पशु मेले मे बेचने आये तो वह भी अपनी घोडी मेले मे लेकर चला गया। उसके मन मे भय तो था कि कहीं उसका उसली मालिक उसे देख ना ले मगर उसके पास उसे मेले मे लाने के आलावा कोई चारा नही थी

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वह मेले मे घूम ही रहा था सामने ही बैठे एक व्यक्ति की नजर उस पर पड़ी जिसने सिर पर पगडी बाँधी हुई थी वह हुक्के के कस ले रहा था। उसने अपनी पैनी दृष्टि से उसे ताड लिया। वह बहुत चतुर मालूम हो रहा था।

उसने उस घोडी वाले को रोक कर पूछा कि भैया घोडी तो बहुत सुन्दर है कहाँ से लाये हो और कितने मे बेच रहे हो।

घोडी वाला आखिर ठहरा लकडियाँ ढोने वाला उसे उसका सही मूल्य कहाँ मालूम था बस उसने उसे एक बेत्तूका सा जवाब दे दिया। घोडी वाले के मुँह से बेत्तूका सा मूल्य सुनकर उस चतुर व्यक्ति का विश्वास और भी दृढ़ हो गया और उसने कहा घोडी की कीमत तो बहुत ज्यादा है मगर तुम्हारी घोडी बहुत सुन्दर है। मै एक बार इस पर बैठ करके देख लूं यह सवारी करने मे कैसी है अगर पसन्द आ गयी तो मै तुम्हे इसका मूल्य दे दूंगा।

इतना सुनते ही घोडी वाले को यकिन हो गया कि अब उसकी चोरी की हुई घोडी अच्छे दामों मे बिकने वाली है।

उस चतुर व्यक्ति ने अपना हुक्का उस घोडी वाले के हाथ मे थमा दिया और बोला तुम इसका ध्यान रखना। मै थोडा चढकर देख लूं। इतना कहकर वह घोडी पर चढ गया और कुछ देर तो घोडी को तराशने लगा फिर देखते ही देखते वह नौ दो ग्यारह हो गया।

उसे भागता देख घोडी वाला उसके पीछे भागने लगा और चोर चोर चिल्लाने लगा। उसे अपने पीछे आता देख वह घोडी पर सवार व्यक्ति बोला- अरे, मूर्ख....क्यो थक रहा है यह घोडी तेरी थोडी है तू भी तो किसी से ऐसे ही लाया था और मुफ्त मे मालिक बन गया अब ऐसे ही आज मै इसका मालिक बन गया हूँ।

इतना कहकर वह वहाँ से रफूचक्कर हो गया और घोडी वाला उसका हुक्का अपने हाथ मे लिए अपना सा मुँह लिए घर आ गया जब उसकी पत्नि ने उसे घोडी के बारे पूछा तो बोला- घोडी तो जैसे आयी थी वैसे ही वापस चली गयी।

आज इस पोस्ट में हमने hindi story for kids  में एक सेर पर सवा सेर नामक कहानी पढ़ी आपको हमारी कहानी कैसी लगी ये हमें कमेन्ट में जरुर बताये share और follow करना ना भूले ताकि लेखक की कलम को बढ़ावा मिल सके। ऐसी मजेदार कहानियाँ पढने के लिए motivationdad.com से जुड़े रहे।

कहानी को पूरा पढने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद !!!! 

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