अगर आप एक छात्र हैं, और जीवन में कभी निराशा, डर या
असुरक्षा महसूस करते हैं, तो ये हिंदी
मोटिवेशनल स्टोरी फॉर स्टूडेंट्स आपके लिए
संजीवनी बन सकती हैं। नीचे दी गई तीन कहानियाँ न केवल प्रेरणा देती हैं, बल्कि ये भी
दिखाती हैं कि समझदारी, मेहनत और सही समय पर सही निर्णय
कैसे जिंदगी बदल सकते हैं।
1. अधिक चतुराई – एक प्रेरणादायक कहानी
एक
समय की बात है। एक राजा था वह काफी धनी व होशियार था। राजा के राजकोष का एक
वित्तमंत्री था वह राजा से भी होशियार था अथवा राजा से भी अत्यन्त बुद्धिमान और
राजनैतिक था। वह राजा को नये-नये सुझाव दिया करता था। राजा भी उससे खुश रहते थे।
कई दिन तो राजा को उसके सुझाव अच्छे लगे मगर वह अब हमेशा राजा की बात काट दिया
करता था।
यह
हिंदी मोटिवेशनल स्टोरी फॉर स्टूडेंट्स बताती है कि चतुराई का उपयोग कब और कैसे
करना चाहिए।
वह
भरी सभा में राजा की बात को काट कर अपनी बात न्यायसंगत साबित करने लगा था। अब राजा
को यह सब खटकने लगा था क्योंकि राज्य में उसके होशियारी के डंके बजने लगे थे।
राज्य की जनता उससे बहुत प्रभावित थी और राजा को यह बात पसंद नही थी। उसे अपने
वित्तमंत्री की अत्यधिक चतुराई से अपने प्रति असुरक्षा महसूस होने लगी थी।
वित्तमंत्री
राजा को बहुत मानता था। अब एक दिन वित्तमंत्री ने राजा को अपने घर पर दावत पर
बुलाया। राजा ने भी दावत के लिए हाँ भर दी और वित्तमंत्री दावत की तैयारियों में
लग गया था। उसके पास इतना धन नही था कि वह राजा के हैसियत के अनुसार उसकी
खातिरदारी और दावत की व्यवस्था कर सकें। अर्थात उसने किसी से कर्जा लेकर राजा के
दावत की व्यवस्था की।
राजा
का रथ जब उसके घर के सामने रूका तो राजा ने देखा उसने अपना घर पूरा सजा रखा था।
राजा के आगमन के लिए जमीन पर फूल बिछा रखें थे,
पूरा
घर फूलों से सजा रखा था। चारों ओर सुगंधित महक आ रही थी।
राजा
जब दावत पर बैठा उसे और हैरानी हुई। उसने राजा के लिए अनेक स्वादिष्ट पकवान
बनवायें। राजा को उससे इतनी उम्मीद नहीं थी और इतने स्वादिष्ट पकवान व भोजन तो
राजा के यहाँ भी किसी समारोह में नहीं होता था। अंत में राजा ने भोजन किया और उसकी
आवभगत और भोज्य सामग्री की बहुत प्रशंसा की। राजा अपने महल की ओर प्रस्थान कर गया।
उसके द्वारा प्रशंसा पाकर वित्तमंत्री बहुत खुश था।
दूसरे
ही दिन राजा ने उसे राजकोष में घोटाले के जुर्म में कारावास की सजा सुना दी। अब
राजा को अपने राजपाठ के प्रति सुरक्षा महसूस होने लगी थी। पहले राजा को यह प्रतीत
हो रहा था कि वह भरी सभा में उसका अपमान करके अपनी बात को न्यायसंगत साबित करता
था। इस कारण राज्य की जनता उसे कुछ ज्यादा ही मानने लगी थी। राजा को डर था कि कहीं
वह उसका सिंहासन अथवा राजपाठ ना छिन ले। अब राजा एकदम सुरक्षित महसूस कर रहा था।
यह हिंदी मोटिवेशनल स्टोरी फॉर स्टूडेंट्स उन
छात्रों के लिए खास है जो जीवन में सिर्फ ज्ञान ही नहीं, व्यवहारिक बुद्धि का महत्व भी समझना चाहते हैं।
सीख – यह एक गहरी प्रेरणादायक कहानी है जो हमें सिखाती है कि भले ही आप बुद्धिमान हों, लेकिन
अति-चतुराई कभी-कभी आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है, खासकर तब जब
आप अपने अधिकारी से होशियार दिखने लगते हैं।
2. पैसे की करामात – मेहनत की कहानी हिंदी में
पैसे
की अपनी कहानी होती है। एक लड़का था उसका नाम परस राम था। लोग उसे परसू कह कर
पुकारते थे। वह गरीब घर का था। जो कहता उसका काम कर दिया करता था। कभी किसी को काम
के लिए इंकार नहीं करता था।
यह
हिंदी मोटिवेशनल स्टोरी फॉर स्टूडेंट्स हमें सिखाती है कि मेहनत और लगन से नाम और
पहचान अपने आप बदल जाती है।
बेहद
मेहनती लड़का था और मेहनती इंसान धीरे-धीरे मंजिल की तरफ बढ़ता रहता है। अब धीरे-धीरे
उसने साइकिल खरीद ली और थोड़ा बहुत सौदा रखकर बेचने लगा था। किसी को उधार भी दे
दिया करता था। फिर उसने छोटी सी दुकान बना ली।
कुछ
समय बाद एक बड़ी दुकान खरीद ली और एक नौकर भी रख लिया था। अब सभी लोग उसको परसया
नाम से बुलाने लगे। जो उधार लेते थे वह तो बड़े प्यार से उसे परसया कहते थे।
परसू
अब परसया बन चुका था। उसने किसी से नहीं कहा कि मेरा नाम बदल दो। मगर दुनिया रंग
बदलती है, कहने की जरूरत नहीं
पड़ती।
अब
कुछ दिन और बीत गये। उसने पास की एक दुकान और खरीद ली थी। वहाँ भी व्यापार चालू कर
दिया था। व्यापार बड़ा हुआ तो एक नौकर और रख लिया। एक स्कूटर भी खरीद लिया था।
कुछ
समय पश्चात् उसने घर भी बनवा लिया और उसकी शादी भी हो गयी थी। कुछ वर्ष बाद वह कई
दुकानों का मालिक बन गया। अब उसकी गिनती अमीर लोगों में होने लगी थी। वह बड़ा
व्यापारी बन चुका था।
अब
दुनिया उसे परस राम कहने लगी। जो कि उसका पुराना और वास्तविक नाम था। परसू भी गया, परसया भी गया, अब आ गया परसराम। न किसी से कुछ लिया, न किसी को कुछ दिया। परसू से परसराम बन
गया।
यह
हिंदी मोटिवेशनल स्टोरी फॉर स्टूडेंट्स उन विद्यार्थियों के लिए
प्रेरणास्त्रोत है जो अपनी मेहनत और लगन से बड़ा मुकाम हासिल करना चाहते हैं।
सीख – इस मेहनत की कहानी में यह स्पष्ट होता है कि मेहनत करने वाले को कोई
नहीं रोक सकता। परसू से परसया और फिर परसराम बनने का सफर हर छात्र के लिए एक
अद्भुत प्रेरणा है।
3. चोट कहाँ लगनी चाहिए – सच्ची प्रेरणादायक कहानी
एक
नगर में एक सेठ रहता था। जिसके पास एक बहुत बड़ी मिल थी और वहाँ सैंकड़ों मजदूर
कार्य करते थे। वह उनकी जीविका का साधन था। एक दिन अचानक मिल चलते-चलते बंद हो गई।
यह
हिंदी मोटिवेशनल स्टोरी फॉर स्टूडेंट्स यह दर्शाती है कि सही ज्ञान केवल मेहनत से
नहीं, सही दिशा से आता है।
किसी
मशीन में कोई खराबी हो गई थी। लोग इधर-उधर भाग रहे थे। सभी अपने हिसाब से कोशिश कर
रहे थे मगर वह चालू नहीं हुई।
अब
सेठ ने नगर के बड़े मैकेनिक को बुलाया। उसके जांच करने पर भी वह चालू नहीं हुई।
उसके बाद एक-एक करके कई मैकेनिक वहाँ मशीन की खराबी की जांच करने आये मगर सभी उसे
चालू करने में असमर्थ थे।
इतने
में एक आदमी आया। उसने उस मशीन को ध्यान से देखा और काफी समय देखने के बाद बोला – सेठ जी, मैं
इस मशीन को ठीक कर दूँगा। यह फौरन चालू हो जाएगी मगर आपको इस काम के दस हजार रुपये
देने होंगे।
सेठ
दुविधा में पड़ गया पर उसे मशीन चालू करवानी थी क्योंकि अगर मशीन दो दिन बंद रह गई
तो उसका लाखों रुपये का नुकसान हो जायेगा। बाजार में उसकी इज्जत खराब होगी – सो अलग।
आखिर
में सेठ ने कहा – मैं तुम्हें दस हजार
रुपये दूँगा, तुम इस मशीन को चालू
कर दो।
अब
वह आदमी अपने काम में लग गया। वह एक हथौड़ा लाया और एक खास जगह कसकर मारा। हथौड़े का
लगना था कि मशीन धड़-धड़ करके चल पड़ी।
सेठ
ने यह देखा तो बोला – अरे भाई, इसमें तो कुछ भी काम नहीं था। तुम दस
हजार रुपये किस बात के मांगते हो? हथौड़े से चोट तो कोई
भी मार सकता है।
उस
आदमी ने कहा – सेठ साहब, हथौड़े की चोट तो कोई भी मार सकता था, पर कितने लोग हैं जो यह जानते हैं कि चोट कहाँ मारनी चाहिए?
उसका जवाब सुनकर सेठ ने अपनी जेब में हाथ डाला और
चुपचाप पैसे निकल कर दे दिए।
यह
हिंदी मोटिवेशनल स्टोरी फॉर स्टूडेंट्स आज के स्टूडेंट को बताना चाहती है
कि जीवन में बदलाव या सफलता लाने के लिए सही दिशा पकड़नी बहुत जरूरी है।
सीख – यह सच्ची प्रेरणादायक कहानी बताती है कि ज्ञान केवल काम करने से
नहीं आता, बल्कि यह जानने से
आता है कि सही
कार्य कब और कहाँ करना है। सही समय पर
सही काम, जीवन की सबसे बड़ी
कुंजी है।
निष्कर्ष – हिंदी मोटिवेशनल स्टोरी फॉर स्टूडेंट्स का महत्व
इन तीनों कहानियों से हम यह सिख सकते हैं कि:
- अति
चतुराई से बचना चाहिए।
- मेहनत
करने वालों का नाम जरूर होता है।
- और सबसे
बड़ी बात – ज्ञान का उपयोग सही दिशा
में होना चाहिए।
ये सभी हिंदी मोटिवेशनल स्टोरी फॉर
स्टूडेंट्स न केवल छात्रों के लिए हैं, बल्कि हर उस
इंसान के लिए हैं जो जीवन में सफलता की ओर बढ़ना चाहता है।
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इस ब्लॉग में प्रकाशित कहानियाँ लेखक द्वारा अपने अनुभव, स्मृति और
कल्पना के आधार पर मौलिक रूप से रचित या पुनः रचित हैं। इन कहानियों की प्रेरणा संभवतः कहीं पढ़ी या
सुनी गई लघु कथाओं से ली गई हो सकती है, परंतु इन्हें motivationdad.com के लिए विशेष रूप से सरल, प्रेरणादायक
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